अनपेक्षित नुकसान की कहानी
क्या आपने कभी सोचा है कि शेयर बाजार में ट्रेडिंग करना कितना चुनौतीपूर्ण हो सकता है? हाल ही में बाजार नियामक सेबी द्वारा जारी एक रिपोर्ट ने इस बात की पुष्टि की है कि इक्विटी फ्यूचर एंड ऑप्शन में लगभग 90% रिटेल या व्यक्तिगत ट्रेडर लगातार घाटा उठा रहे हैं। पिछले तीन वर्षों में, इन निवेशकों को 1.81 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है, जिसमें अकेले 2023-24 में करीब 75,000 करोड़ रुपये का घाटा शामिल है। यह स्थिति बेहद चिंताजनक है, खासकर जब छोटे निवेशक इस क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं।
छोटे निवेशकों की बढ़ती संख्या, बढ़ता हुआ नुकसान
हाल के वर्षों में शेयर बाजार में छोटे निवेशकों की संख्या में तेजी आई है, विशेष रूप से फ्यूचर एंड ऑप्शन सेगमेंट में। 2021-22 में जहां रिटेल ट्रेडर्स की संख्या 51 लाख थी, वह 2023-24 में बढ़कर 95.75 लाख हो गई है। हालांकि, इस तेजी के साथ उनका नुकसान भी तेजी से बढ़ रहा है।
सेबी की रिपोर्ट के प्रमुख आंकड़े:
- नुकसान: 1.81 लाख करोड़ रुपये (तीन वर्षों में)
- 2023-24 में घाटा: लगभग 75,000 करोड़ रुपये
- निवेशकों की संख्या: 95.75 लाख (2023-24)
रिटेल ट्रेडर्स की स्थिति
सेबी ने पाया है कि 1.13 करोड़ रिटेल ट्रेडर्स ने कम से कम एक बार एफएंडओ में ट्रेड किया, और उनमें से 92.8% ने पिछले तीन वर्षों में घाटा उठाया। औसतन, नुकसान उठाने वाले निवेशकों को प्रति वर्ष 1.26 लाख रुपये का घाटा हुआ, जबकि सफल ट्रेडर्स को 3.08 लाख रुपये का लाभ मिला। यह संख्या स्पष्ट करती है कि बड़े ट्रेडर्स और संस्थागत निवेशक लाभ कमाने में सफल हो रहे हैं।
महिलाओं और पुरुषों में भेद
महिलाओं और पुरुषों के बीच भी ट्रेडिंग में असमानता देखने को मिलती है। रिपोर्ट के अनुसार, जहां 91.9% पुरुष ट्रेडर्स को घाटा हुआ, वहीं 86.3% महिलाएं भी नुकसान में रही हैं।
रिटेल ट्रेडर्स के लिए सुझाव
अगर आप भी रिटेल निवेशक हैं, तो आपको यह जानना जरूरी है कि एफएंडओ ट्रेडिंग में होने वाले नुकसान से बचने का सबसे प्रभावी तरीका यह है कि आप इस क्षेत्र से दूर रहें। अमेरिका में, जहां एफएंडओ ट्रेडिंग का बड़ा हिस्सा संस्थागत निवेशकों द्वारा किया जाता है, वहां कुछ मानक स्थापित किए गए हैं, जैसे कि निवेशक की आय और शिक्षा का स्तर।
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