अंतिम संस्कार और शोक
राजकीय सम्मान के साथ रतन टाटा का अंतिम संस्कार वर्ली श्मशान घाट में किया जाएगा। मुंबई पुलिस की बैंड टीम भी उनके घर पहुंच चुकी है, और मुख्यमंत्री शिंदे के करीबी नेता राहुल कनाल ने रतन टाटा को भारत रत्न देने की मांग की है।
कई हस्तियों ने जताया दुख
रतन टाटा के निधन पर बॉलीवुड के कई सितारों और नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। अक्षय कुमार ने कहा कि दुनिया ने एक ऐसा व्यक्ति खो दिया है जिसने केवल एक साम्राज्य से अधिक का निर्माण किया। महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन ने उन्हें “ग्लोबल टाटा साम्राज्य के सबसे प्रतिभाशाली रत्नों” में से एक बताया।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि रतन टाटा ने हमेशा देश के कल्याण को प्राथमिकता दी। उन्होंने अपनी दयालुता और विनम्रता के लिए रतन टाटा को याद किया।
देशभर में शोक
रतन टाटा के निधन पर झारखंड सरकार ने एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। अभिनेता अजय देवगन और प्रियंका चोपड़ा ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया। गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने उनकी परोपकारी विरासत की प्रशंसा की और उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं प्रकट की।
रतन टाटा का जीवन परिचय
- जन्म: 28 दिसंबर 1937
- शिक्षा: 1962 में कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से बी.आर्क की डिग्री।
- अंतरराष्ट्रीय अनुभव: लॉस एंजेलेस में जोन्स और इमन्स के साथ कार्य किया।
- प्रमुख सम्मान: 2008 में भारत सरकार द्वारा पद्म विभूषण, देश का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान।
रतन टाटा का करियर
रतन टाटा का करियर उनके दूरदर्शी दृष्टिकोण, मेहनत, और प्रभावी नेतृत्व कौशल का प्रमाण है। उन्होंने 1991 में टाटा समूह के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला और विभिन्न क्षेत्रों में कंपनी का विस्तार किया।
- टाटा समूह की आय: 1991 में ₹10,000 करोड़ से बढ़कर 2011-12 में USD 100.09 बिलियन।
- प्रमुख अधिग्रहण:
- 2000: टाटा टी द्वारा 450 मिलियन अमेरिकी डॉलर में टेटली का अधिग्रहण।
- 2007: टाटा स्टील द्वारा 6.2 बिलियन पाउंड में कोरस का अधिग्रहण।
- 2008: टाटा मोटर्स द्वारा 2.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर में जगुआर लैंड रोवर का अधिग्रहण।
रतन टाटा का नेतृत्व
रतन टाटा ने 1991 में टाटा समूह की बागडोर संभाली और इस दौरान उन्होंने कई ऐतिहासिक उपलब्धियाँ हासिल की। 1996 में टाटा टेली-सर्विसेज की स्थापना और 2004 में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) को सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध करना उनके नेतृत्व में हुए महत्वपूर्ण मील के पत्थर थे।
अंतिम दर्शन की व्यवस्था
रतन टाटा का पार्थिव शरीर NCPA में रखा जाएगा, जहां सुबह 10 बजे से लोग अंतिम दर्शन कर सकेंगे। मुंबई पुलिस ने पार्किंग की व्यवस्था की अपील की है और सभी लोगों से पुलिस के निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया है।
प्रधानमंत्री की संवेदनाएं:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रतन टाटा के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “मेरे मन में श्री रतन टाटा जी के साथ हुई अनेकों मुलाकातों की यादें ताज़ा हैं। उनका विचार हमेशा गहन और समृद्ध होता था। उनके निधन से मैं अत्यंत दुःखी हूँ।
रतन टाटा की विरासत
रतन टाटा की सेवानिवृत्ति के बाद, एन चंद्रशेखरन ने टाटा समूह की कमान संभाली। उन्होंने 2017 में टाटा संस के चेयरमैन के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। रतन टाटा की दूरदर्शिता और नेतृत्व ने टाटा समूह को वैश्विक स्तर पर एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया। रतन टाटा ने अपने जीवन में न केवल व्यापार में बल्कि समाज सेवा में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनका निधन न केवल उद्योग जगत के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनकी महानता और दयालुता ने उन्हें भारतीय उद्योग जगत का एक सच्चा नायक बना दिया।
रतन टाटा का निधन न केवल भारत के उद्योग जगत के लिए एक क्षति है, बल्कि उनकी विचारधारा और नेतृत्व ने लाखों लोगों को प्रेरित किया है। उनके योगदानों को हमेशा याद रखा जाएगा।
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