Helth – क्या आप भी हाथ धोने, सफाई करने और दरवाजे को चेक करने की आदत में फंसे हैं? जानें, ये ओसीडी के लक्षण हैं और कैसे पाएं राहत!

क्या आप भी हाथ धोने, सफाई करने और दरवाजे को चेक करने की आदत में फंसे हैं? जानें, ये ओसीडी के लक्षण हैं और कैसे पाएं राहत!

ओब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर (ओसीडी) एक मानसिक स्वास्थ्य समस्या है, जो किसी भी उम्र की महिलाओं को प्रभावित कर सकती है, लेकिन यह विशेष रूप से प्यूबर्टी, प्रेग्नेंसी और मेनोपॉज के दौरान अधिक प्रचलित होती है। यह विकार व्यक्ति के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, जिससे व्यक्ति बेचैन और तनावग्रस्त हो जाता है। इस लेख में, हम समझेंगे कि मेनोपॉज के बाद ओसीडी कैसे विकसित हो सकता है और इसके लक्षणों और उपचार के बारे में जानेंगे।

 

ओसीडी क्या है?

ओसीडी एक मानसिक विकार है, जिसमें व्यक्ति का व्यवहार सामान्य से भिन्न हो जाता है। यह स्थिति इतनी गंभीर हो सकती है कि न केवल रोगी, बल्कि उनके परिवार के लोग भी इसके प्रभाव से प्रभावित होते हैं। दुनिया भर में लगभग 1.5% लोग इस विकार से ग्रस्त हैं, जिनमें महिलाओं की संख्या 1.0% है। ओसीडी की शुरुआत आमतौर पर 19-20 वर्ष की आयु में होती है, लेकिन मेनोपॉज के समय भी इसके विकसित होने की संभावना बढ़ जाती है।

 

ओसीडी की मुख्य श्रेणियाँ

ओसीडी के लक्षण हर व्यक्ति में भिन्न हो सकते हैं, और इसे चार मुख्य श्रेणियों में वर्गीकृत किया जा सकता है:

 

  • कंटैमिनेशन ओसीडीकंटैमिनेशन ओसीडी

यह श्रेणी महिलाओं में अधिक प्रचलित है। इसमें रोगी सफाई के प्रति अत्यधिक संवेदनशील हो जाता है। वे दिन में कई बार सफाई करते हैं, लेकिन फिर भी संतुष्ट नहीं होते। सफाई के दौरान वे अक्सर ग्लव्ज पहनते हैं और हर चीज को बार-बार धोते हैं।

इसे भी देखें:  क्या आप सुबह जल्दी उठना चाहते हैं? महाराज के इन सरल उपायों को आजमाएं!

  • सिमिट्री एंड ऑर्डरिंग ओसीडी

सिमिट्री एंड ऑर्डरिंग ओसीडी

 

इस श्रेणी में महिलाएं अपने घर को हमेशा व्यवस्थित रखने की कोशिश करती हैं। उन्हें हर चीज को सही स्थिति में रखने का डर होता है। इस विकार से ग्रसित महिलाएं किसी भी चीज़ में असामान्यता देखकर तुरंत उसे सही करने का प्रयास करती हैं।

  • चेकिंग ओसीडी

चेकिंग ओसीडी

इसमें व्यक्ति बार-बार अपने काम की जांच करता है, जैसे दरवाजा बंद करने के बाद फिर से चेक करना कि दरवाजा ठीक से बंद हुआ है या नहीं। यह समस्या पुरुषों में अधिक सामान्य होती है।

  • रूमीनेशंस एंड इंट्रूसिव थॉट्स ओसीडी

रूमीनेशंस-एंड-इंट्रूसिव-थॉट्स-ओसीडी

इस श्रेणी में व्यक्ति के मन में हमेशा परेशान करने वाले विचार आते हैं। उन्हें डर होता है कि उनके या उनके परिवार के साथ कुछ बुरा हो सकता है। इस प्रकार के रोगी हमेशा अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंतित रहते हैं।

 

ओसीडी का इलाज क्या है?

ओसीडी का इलाज एक विशेषज्ञ मानसिक स्वास्थ्य चिकित्सक से करना आवश्यक है। इलाज में काउंसलिंग, थेरेपी और दवाइयाँ शामिल होती हैं। जल्दी पहचान होने पर उपचार में अधिक आसानी होती है। यदि आपके किसी करीबी का व्यवहार ओसीडी के लक्षणों की श्रेणियों में आता है, तो तुरंत विशेषज्ञ से संपर्क करें।

मेनोपॉज के बाद ओसीडी एक गंभीर समस्या बन सकती है, जो महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालती है। इसके लक्षणों की पहचान और समय पर उपचार से न केवल रोगी की स्थिति में सुधार हो सकता है, बल्कि उनके परिवार को भी बेहतर मानसिक स्वास्थ्य का अनुभव हो सकता है।

अपना रिएक्शन जरूर दें।
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0
इस पोस्ट को लोगों के साथ शेयर करें

Renu

नमस्ते, मेरा नाम रेनू रावत है। मैं एक ब्लॉगर और शोधकर्ता हूं, और मुझे लोगों को जानकारी प्रदान करने के लिए ब्लॉग लिखना बेहद पसंद है। मैं अद्भुत तथ्यों, ऑटोमोबाइल्स, पैसे, शिक्षा, और विश्व से जुड़े विषयों पर लेख लिखती हूं। मेरा उद्देश्य है कि मेरे लेख लोगों को नई जानकारी दें और उन्हें प्रेरित करें।

More From Author

ब्रिटेन में पढ़ाई का सपना सच करें: भारतीय छात्रों के लिए नई स्कॉलरशिप, हर छात्र को मिलेगी 2.5 लाख रुपये की मदद! जल्दी करें आवेदन!

Education -ब्रिटेन में पढ़ाई का सपना सच करें: भारतीय छात्रों के लिए नई स्कॉलरशिप, हर छात्र को मिलेगी 2.5 लाख रुपये की मदद! जल्दी करें आवेदन!

खाताधारक की मृत्यु के बाद बिना नॉमिनी के पैसा किसे मिलेगा? जानें पूरी सच्चाई!

Finance – खाताधारक की मृत्यु के बाद बिना नॉमिनी के पैसा किसे मिलेगा? जानें पूरी सच्चाई!

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *