Who Was Real Mona Lisa:लियोनार्डो दा विंची की पेंटिंग ‘मोनालिसा’ को शायद ही कोई हो जिसने न देखा हो। यह पेंटिंग कला और इतिहास का ऐसा प्रतीक बन चुकी है, जिसकी लोकप्रियता समय के साथ और बढ़ती गई है। लेकिन सवाल यह है कि क्या आप जानते हैं कि मोनालिसा असल में कौन थीं? इस सवाल का जवाब आज भी एक रहस्य बना हुआ है। आइए, इस प्रसिद्ध पेंटिंग और इसके पीछे की कहानियों को विस्तार से जानें।
मोनालिसा की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
‘मोनालिसा’ को लियोनार्डो दा विंची ने साल 1500 से 1519 के बीच बनाया था। यह पेंटिंग अपनी अनूठी मुस्कान और रहस्यमय आकर्षण के कारण दुनियाभर में चर्चित है। सदीयों तक फ्रांस के राजाओं ने इसे अपने कब्जे में रखा। लेकिन अब इसे पेरिस के लूवर म्यूजियम में बुलेटप्रूफ ग्लास में सुरक्षित रखा गया है।
मोनालिसा कौन थीं?
मोनालिसा की पहचान को लेकर कई थ्योरीज़ और मतभेद हैं।
1. फ्रांचिस्को डेल गियोकोंडो की पत्नी
इतिहासकारों का मानना है कि मोनालिसा असल में फ्रांसीसी व्यापारी फ्रांचिस्को डेल गियोकोंडो की पत्नी लीज़ा डेल गियोकोंडो थीं। यह तथ्य 1550 में जार्जियो वासारी द्वारा लिखी गई विंची की जीवनी में भी मिलता है।
2. विंची की मां का पोर्ट्रेट
कुछ विशेषज्ञों का दावा है कि मोनालिसा, लियोनार्डो दा विंची की मां कैटरीना का पोर्ट्रेट है। ऐसा कहा जाता है कि इस पेंटिंग में उन्होंने अपनी मां के प्रति प्रेम और सम्मान को चित्रित किया है।
3. विंची का स्वयं का रूप
एक और दिलचस्प थ्योरी यह है कि लियोनार्डो ने खुद को महिला के रूप में पोर्ट्रे किया। कुछ आर्ट विशेषज्ञों का मानना है कि वह अपनी कल्पना को पेंटिंग के माध्यम से वास्तविकता में बदलना चाहते थे।
हालांकि, इन सभी दावों के बावजूद, इस सवाल का स्पष्ट उत्तर नहीं मिल पाया है कि मोनालिसा वास्तव में कौन थीं।
राज परिवार तक कैसे पहुंची यह पेंटिंग?
लियोनार्डो दा विंची फ्रांस के राजा फ्रांसिस प्रथम के दरबार में काम करते थे। उनकी मृत्यु (1519) के बाद, यह पेंटिंग राजा के कब्जे में आ गई। इसके बाद कई सदीयों तक यह फ्रांस के राज परिवार के पास ही रही।
जब मोनालिसा हुई चोरी
यह जानकर आश्चर्य होगा कि साल 1911 में मोनालिसा को चोरी कर लिया गया था। लगभग 28 महीने बाद इसे फ्लोरेंस में पाया गया। चोरी करने वाला व्यक्ति ओरीप वीन्सेन्जो, इसे एक व्यापारी को बेचने की कोशिश कर रहा था, लेकिन वह पकड़ा गया।
लूवर म्यूजियम में मोनालिसा
आज मोनालिसा को देखने के लिए लोग पेरिस के लूवर म्यूजियम में घंटों लाइन में लगते हैं। हर विज़िटर को इस पेंटिंग को देखने के लिए केवल 30 सेकंड का समय मिलता है।
सबसे महंगी पेंटिंग
मोनालिसा को दुनिया की सबसे महंगी पेंटिंग्स में से एक माना जाता है। कुछ विशेषज्ञों ने इसकी अनुमानित कीमत लगभग 900 मिलियन डॉलर (करीब 75 अरब रुपये) लगाई है।
निष्कर्ष
मोनालिसा केवल एक पेंटिंग नहीं है, बल्कि यह इतिहास, कला और संस्कृति का अद्भुत संगम है। इसके रहस्यमय पहलू इसे और भी खास बनाते हैं। अगर आप कभी पेरिस जाएं, तो लूवर म्यूजियम में इसे देखना न भूलें।
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