गर्दन के दर्द से छुटकारा पाने के लिए यह लेख पढ़ें। सर्वाइकल की बीमारी, जो पहले मुख्यतः बुजुर्गों में देखी जाती थी, अब तेजी से युवाओं को भी प्रभावित कर रही है। आज के आधुनिक जीवनशैली में बदलावों के कारण यह समस्या बढ़ रही है। तो चलिए, जानते हैं इस बीमारी के लक्षण और उनसे राहत पाने के उपाय।
सर्वाइकल के लक्षण
सर्वाइकल पेन, जिसे मेडिकल भाषा में ‘सर्वाइकल पेन‘ कहा जाता है, आमतौर पर उन लोगों में पाया जाता है जो लंबे समय तक कुर्सी पर बैठकर काम करते हैं। इसका प्रमुख लक्षण गर्दन में दर्द होना है, जो कभी तेज और कभी हल्का हो सकता है। यह दर्द कभी-कभी इतना तेज हो जाता है कि इसे सहन करना मुश्किल हो जाता है।
अन्य लक्षण:
- गर्दन में अकड़न: गर्दन को हिलाना भी मुश्किल हो जाता है।
- हाथों में कमजोरी: जिससे दैनिक कार्यों में कठिनाई होती है।
- मांसपेशियों में संकुचन: अनैच्छिक संकुचन के कारण तकलीफ होती है।
इन लक्षणों को महसूस करते ही तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए।
सर्वाइकल पेन के कारण
सर्वाइकल पेन के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे:
- गलत मुद्रा में बैठना: गलत तरीके से बैठने से गर्दन में तनाव बढ़ता है।
- लंबे समय तक मोबाइल या कंप्यूटर का उपयोग करना: इससे गर्दन पर दबाव पड़ता है।
- पर्याप्त नींद न लेना: थकान और तनाव भी इस समस्या को बढ़ा सकता है।
यह समस्या विशेष रूप से आईटी प्रोफेशनल्स में अधिक देखी जाती है, जिनका कार्य घंटे लंबे होते हैं।
सर्वाइकल पेन का इलाज
सर्वाइकल पेन के इलाज का पहला कदम यह जानना है कि दर्द का कारण क्या है। यदि यह गलत पोस्चर के कारण हो रहा है, तो निम्नलिखित उपाय करने से राहत मिल सकती है:
- बैठने की मुद्रा बदलें: सही तरीके से बैठने से दर्द में कमी आ सकती है।
- नियमित व्यायाम करें: व्यायाम के अभाव में मांसपेशियों में खिंचाव हो सकता है।
- विश्राम करें: पर्याप्त नींद लें और तनाव से बचें।
यदि दर्द गंभीर है, तो डॉक्टर से सलाह लेना न भूलें और उनके सुझावों का पालन करें।
निष्कर्ष
सर्वाइकल पेन एक गंभीर समस्या है, लेकिन उचित देखभाल और ध्यान देने से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। अगर आप इन लक्षणों से परेशान हैं, तो अपने बैठने के तरीके में सुधार करें, नियमित व्यायाम करें और डॉक्टर से संपर्क करें।
- 0
- 0
- 0
- 0