आयुष्मान योजना का उद्देश्य गरीब और जरूरतमंद लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ देना है, लेकिन कुछ अस्पतालों में इस योजना का फायदा अब तक नहीं मिल पा रहा था। खासकर हड्डी के ऑपरेशन कराने वाले मरीजों के लिए यह एक बड़ी समस्या बन गई थी, क्योंकि उन्हें इंप्लांट के लिए खुद पैसे देने पड़ते थे। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि कैसे अब यह योजना हड्डी के ऑपरेशन के लिए और भी प्रभावी हो रही है, और मरीजों को इससे किस प्रकार का लाभ होगा।
मरीजों को राहत मिलने की उम्मीद
अस्पताल में हड्डी का ऑपरेशन कराने वाले मरीजों को पहले आयुष्मान योजना के तहत इलाज की सुविधा नहीं मिल पा रही थी। इसके कारण उन्हें इंप्लांट के लिए अपनी जेब से दस हजार से पचास हजार रुपये तक खर्च करने पड़ते थे। यह समस्याएं तब उत्पन्न हुईं जब अस्पताल में इंप्लांट के लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई थी, जिसके कारण मरीजों को भुगतान करना पड़ता था। इस पर अब ध्यान दिया गया है, और राहत की खबर आई है कि अब मरीजों को आयुष्मान योजना का लाभ मिलना शुरू हो सकता है।
सरकारी अस्पतालों में हड्डी के ऑपरेशन होंगे मुफ्त
अब, सरकार के नए निर्देशों के तहत, जिले के सरकारी अस्पतालों में हड्डी के ऑपरेशन आयुष्मान योजना के तहत मुफ्त किए जाएंगे। इस बदलाव से मरीजों को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा मिल सकेगी। विशेष रूप से, कोरोनेशन जिला अस्पताल में अब यह ऑपरेशंस पूरी तरह से मुफ्त होंगे, जिससे मरीजों को भारी आर्थिक बोझ से राहत मिलेगी।
छह साल बाद टेंडर प्रक्रिया फिर से शुरू
आयुष्मान योजना के तहत हड्डी रोग विभाग में इलाज की सुविधा पिछले छह सालों से लागू नहीं हो पाई थी, और इसका परिणाम यह हुआ था कि मरीजों को भारी वित्तीय संकट का सामना करना पड़ रहा था। मरीजों को इंप्लांट के लिए खुद पैसे जुटाने पड़ते थे, और दून अस्पताल पर अत्यधिक दबाव बढ़ गया था। अब, मंत्री और शासन के निर्देशों के बाद, टेंडर प्रक्रिया फिर से शुरू कर दी गई है, जिससे जल्द ही मरीजों को इंप्लांट के लिए अतिरिक्त पैसे खर्च करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
जल्द मिलेगा योजना का पूरा लाभ
अस्पताल के पीएमएस डॉक्टर वीएस चौहान का कहना है कि अब इंप्लांट की खरीद के लिए टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, और यह जल्दी ही पूरी हो जाएगी। इसके बाद मरीजों को आयुष्मान योजना का पूरा लाभ मिलने लगेगा। यह कदम मरीजों को बेहतर इलाज की सुविधा देने के लिए उठाया गया है, जिससे अब उन्हें ऑपरेशन और इंप्लांट के लिए पैसे नहीं खर्च करने पड़ेंगे।
एक महत्वपूर्ण कदम: कैशलेस इलाज का लाभ
यह कदम अस्पतालों में कैशलेस इलाज की सुविधा को बढ़ावा देने वाला है। इससे ना सिर्फ हड्डी रोगी बल्कि अन्य रोगी भी आयुष्मान योजना का सही लाभ उठा सकेंगे। अब मरीजों को बगैर किसी वित्तीय तनाव के इलाज मिलेगा, जो कि खासकर गरीब और जरूरतमंद वर्ग के लिए राहत की बात है।
निष्कर्ष
आयुष्मान योजना को लागू करने से मरीजों को कई लाभ मिल रहे हैं, और यह नया कदम हड्डी के ऑपरेशन कराने वाले मरीजों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होगा। अब अस्पतालों में इंप्लांट के लिए टेंडर प्रक्रिया के शुरू होने से, मरीजों को खुद से पैसे खर्च करने की आवश्यकता नहीं होगी। इस कदम से मरीजों को बिना किसी तनाव के उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सेवाएं प्राप्त होंगी, और यह योजना और भी प्रभावी तरीके से काम करेगी।
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